हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हिजबुल्लाह लेबनान द्वारा तकफ़ीरी आतंकवादियों के अवैध कब्जे से अल-जुरोड पहाड़ियों की मुक्ति की सालगिरह के सिलसिले में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था, जिसमें सैम-6 एंटी-एयर मिसाइलें भी शामिल थीं।
हिज़्बुल्लाह लेबनान के कमांडर हमज़ा ने अल-मायादीन टीवी से बात करते हुए कहा कि जो मिसाइलें प्रदर्शन के लिए रखी गई हैं, वे इस्राईली सरकार के लिए एक संदेश हैं।
उन्होंने आगे कहा कि प्रतिरोध बलों के पास अधिक परिष्कृत हथियार हैं जिन्हें आज प्रदर्शन पर रखा गया है।
लेबनान में हिजबुल्लाह के कमांडर ने सैम-6 मिसाइल के संदर्भ में कहा कि यह एक प्रभावी हथियार है और 1973 में सीरिया और मिस्र के ज़ायोनी राज्य पर कब्ज़ा करने वाले युद्ध में इस मिसाइल ने 96 युद्धक विमानों को मार गिराया था।
हमज़ा ने कहा कि हमने एसएएम-6 को प्रदर्शन के लिए रखा है ताकि दुश्मन को पता चले कि यह हमारे संग्रहालय में रखा हथियार है, क्योंकि अब इस मिसाइल के हिस्से इंटेक हैं और हम उनके ऐतिहासिक महत्व को संरक्षित रखेंगे और हमारे पास नवीनतम हथियार भी हैं।
गौरतलब है कि लेबनान में हिजबुल्लाह के कमांडर ने कहा कि बालबाक में संग्रहालय खोला गया है और यहां कब्जा करने वाली ज़ायोनी सरकार से जब्त किए गए हथियार रखे गए हैं, जिनकी मदद से वे लेबनानी और फ़िलिस्तीनी लोगों को आतंकित करते थे।
यह याद रखना चाहिए कि बालबाक में प्रदर्शनी में सैन्य वाहन, टैंक, बख्तरबंद वाहन, ड्रोन, जासूसी विमान और मिसाइलें शामिल हैं, और ये सभी हथियार हैं जो कब्जे वाले ज़ायोनीवादियों के साथ युद्ध में प्रतिरोध द्वारा कब्जा कर लिए गए हैं।